वर्तमान में, उत्तर भारत में बड़ी संख्या में राज्य इस समय मानसून के प्रतिकूल प्रभावों का सामना कर रहे हैं। पानी की प्रचुरता ने इन क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों के जीवन को बहुत प्रभावित किया है। इसके विपरीत, ऐसा प्रतीत होता है कि बिहार के विभिन्न हिस्सों में मानसून की गतिविधि काफ़ी कम है।
आईएमडी द्वारा जारी आधिकारिक जानकारी के अनुसार, उत्तर बिहार को प्रभावित करने वाले सक्रिय मानसून के कारण रुक-रुक कर बारिश की बौछारें जारी हैं, जबकि दक्षिण बिहार में लगभग नगण्य प्रभाव देखा गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान में आगामी पांच दिनों के लिए राज्य के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है।
बिहार में निर्दिष्ट मानसून प्रणाली का अभाव है, इसलिए पूरे राज्य, विशेषकर दक्षिण बिहार में अपर्याप्त वर्षा हो रही है। अगले पांच दिनों में दक्षिण बिहार में छिटपुट बारिश की ही उम्मीद की जा सकती है. इसके विपरीत, आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तर बिहार में लगातार बारिश होती रहेगी। उत्तर बिहार के विशिष्ट क्षेत्रों, अर्थात् उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम और उत्तर मध्य क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश की उम्मीद है। परिणामस्वरूप, अगले 48 घंटों में इन स्थानों पर पर्याप्त वर्षा होने की संभावना है।
बिहार के इन जिलों के लिए अलर्ट जारी
मौसम विभाग द्वारा की गई भविष्यवाणी के अनुसार, 13 और 14 जुलाई या उसके आसपास उत्तर बिहार के सीतामढी, मधुबनी, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, दरभंगा, सीवान और शिवहर जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है। इन जिलों की पहचान बिजली गिरने की घटनाओं की आशंका वाले जिलों के रूप में भी की गई है। इसके अलावा, लगातार बादल छाये रहने की भी संभावना है।
दक्षिण बिहार से रूठा मॉनसून
आईएमडी द्वारा उपलब्ध कराए गए आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर, दक्षिण बिहार में मानसून का प्रभाव तुलनात्मक रूप से नगण्य है, जबकि यह उत्तरी बिहार में अपेक्षाकृत सक्रिय रहता है। हालाँकि, इस सक्रिय क्षेत्र में उल्लेखनीय तूफान की घटनाएँ भी दर्ज की जा रही हैं। नतीजतन, बिहार के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश हो सकती है।
इसके अलावा, यह ध्यान रखना जरूरी है कि बिहार में सामान्य मानकों की तुलना में वर्षा के स्तर में 30 प्रतिशत की कमी देखी गई है।
बिहार में उमस से भरी गर्मी ने किया हाल बेहाल
दक्षिण बिहार के विभिन्न इलाकों में बारिश कम होने से लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है | इस गंभीर मौसम की स्थिति के परिणामस्वरूप आजीविका काफी हद तक बाधित हो गई है। चिलचिलाती धूप और आश्रय के साथ-साथ बादलों के रुक-रुक कर आने और गायब होने के बीच के परस्पर संबंध ने इन व्यक्तियों के जीवन पर गहरा प्रभाव डाला है। आकाश में बादल दिखाई देने के बावजूद, वर्षा के मामले में उनकी कमी के कारण लोगों को पूरे दिन और रात में उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।
बिहार के इन क्षेत्र में होगी अच्छी बारिश
मौसम पूर्वानुमान के आधार पर, दक्षिण बिहार में अगले पांच दिनों में छिटपुट बारिश होने का अनुमान है, जबकि उत्तरी बिहार के जिलों में पर्याप्त वर्षा होने की अधिक संभावना है। इसके अलावा, विभाग ने विशेष रूप से कुछ जिलों में बारिश का अलर्ट जारी करना जरूरी समझा है।
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