Bihar News: बिहार के सरकारी स्कूलों में क्लास चलाने के लिए नए कैलेंडर को तैयार किया जा रहा है। इस नए कैलेंडर को संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक तैयार करेगे। नये कैलेंडर के अनुसार सरकारी स्कूल में कार्यरत सभी शिक्षक क्लास में शामिल होंगे। इस नये नियम के अनुशर किस टीचर ने कितनी क्लास ली प्रतिदिन की जानकारी को विभाग में देनी है। इस नई व्यवस्था के आने से सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था में सुधार आने की उम्मीद देखी जा रही है।
सरकारी स्कूलों में कक्षाओं का संचालन सुचारू रूप से चलाने के लिए एक नया कैलेंडर तैयार किया जाएगा। कक्षाओं का संचालन सुचारू रूप से चलाने के लिए नया कैलेंडर तैयार करने की जिम्मेदारी संबंधित स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को सौंपी गई है। नए कैलेंडर के अनुसार, स्कूल में कार्यरत सभी शिक्षकों को कक्षाओं में शामिल होना अनिवार्य होगा। कक्षाओं के संचालन की जानकारी प्रतिदिन विभाग को देना शिक्षकों की जिम्मेदारी होगी।
प्रतिदिन छह कक्षाएं लेना एक शिक्षक की न्यूनतम जिम्मेदारी होगी। प्रधानाध्यापक कक्षाओं का वितरण इस प्रकार करेंगे कि प्रत्येक शिक्षक को प्रतिदिन छह कक्षाएं मिलें। किसी शिक्षक द्वारा निर्धारित संख्या से कम कक्षाएं लेने पर उनका उस दिन का वेतन काट लिया जाएगा।
45 मिनट की होगी कम से कम एक कक्षा
सभी कक्षाओं की अवधि कम से कम 45 मिनट होगी। शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, शिक्षक स्कूल में उपस्थित तो होते थे, लेकिन कक्षा नहीं लेते थे। अब ऐसा नहीं होगा। लंच के बाद विशेष कक्षाएं संचालित की जाएंगी।
पांच-पांच बच्चों का समूह बनाकर पढ़ाया जाएगा पढ़ने में कमजोर बच्चों को
पढ़ने में कमजोर बच्चों को समूह में पढ़ाकर उनकी पढ़ाई में सुधार किया जाएगा। प्रत्येक समूह में पांच-पांच बच्चे होंगे। ये समूह विशेष कक्षाओं में पढ़ेंगे। मिशन दक्ष के क्रियान्वयन की समीक्षा प्रत्येक दिन विद्यालय स्तर पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा की जाएगी। समीक्षा रिपोर्ट जिला शिक्षा कार्यालय में उपलब्ध कराई जाएगी।
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