बिहार में मानसून का मौसम फिर से सक्रिय हो गया है, जिसके परिणामस्वरूप राजधानी पटना सहित कई जिलों में भारी वर्षा हुई है। परिणामस्वरूप, जल जमाव के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है। वैशाली जिले में एक अलग दुखद घटना में, पति-पत्नी दोनों की दुर्घटनावश गिरने से मृत्यु हो गई।
बिहार के कई इलाकों में काफी बारिश हुई है, जिसमें बुधवार को राजधानी पटना में मूसलाधार बारिश भी शामिल है. इसके अलावा, वैशाली जिले में एक दुखद घटना घटी, जहां वज्रपात के कारण पति-पत्नी की जान चली गयी. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से मृतक के परिजन परेशान हो गये, जिससे महुआ ताजपुर मुख्य मार्ग पर हरपुर बेलवा तारा चौक के पास सड़क जाम हो गयी. वज्रपात के जोरदार प्रभाव से झोपड़ी जैसा आवास पूरी तरह से नष्ट हो गया। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, बिहार के कई जिलों में बुधवार को भारी बारिश हो सकती है. साथ ही, राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में पहले ही पर्याप्त वर्षा हो चुकी है।
20 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने आज राज्य के विभिन्न इलाकों में बिजली गिरने, गरज के साथ बारिश होने और भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है. विभाग के अनुसार मानसून ट्रफ लाइन वर्तमान में अमृतसर, करनाल, लखनऊ, गया, मालदा में सक्रिय है और पूर्व की ओर असम से होते हुए नागालैंड तक फैली हुई है। मौसम के इस पैटर्न से पर्याप्त वर्षा की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा आज 20 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है.
24 व 25 अगस्त को भी भारी बारिश की चेतावनी
मानसून के मौसम में फिर से जान फूंकने के साथ, कृषि और आम जनता दोनों को एक महत्वपूर्ण राहत मिली है। मंगलवार को क्षेत्र में सुबह से शाम तक रुक-रुककर बारिश होती रही। इसके बाद, आरएयू पूसा मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के लिए अपना पूर्वानुमान प्रकाशित किया है; यह 24 और 25 अगस्त को कई क्षेत्रों में संभावित भारी वर्षा की भविष्यवाणी करता है। विशेषज्ञ मौसम विज्ञानियों का दावा है कि वास्तव में, मानसून गतिविधि फिर से पुनर्जीवित हो गई है। नतीजतन, इस अंतराल के दौरान मध्यम घनत्व वाले बादल हमारे आसमान को सुशोभित करेंगे, जबकि कभी-कभी हल्की बारिश भी होती रहेगी।
तापमान में दर्ज हुई गिरावट..
हाल की बारिश के बाद, पहले से बढ़ते तापमान में काफी सुधार हुआ है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के भीतर तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस की उल्लेखनीय कमी आयी है. मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, उच्चतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 44.1 डिग्री कम है। इसके विपरीत न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इसके अलावा, किसानों को मानसून और बारिश की स्थिति के संबंध में भी मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है। अनुमान लगाया गया है कि अनुमानित अवधि में पर्याप्त वर्षा होने की संभावना है। नतीजतन, किसानों को दृढ़ता से सलाह दी जाती है कि वे इस दौरान अपने खेतों में अतिरिक्त पानी को प्रभावी ढंग से हटाने के लिए उपयुक्त उपाय करें।
जलजमाव से लोगों की बढ़ी परेशानी..
बारिश के बाद लोगों को भीषण गर्मी और उमस से राहत मिली है। मंगलवार को भागलपुर जिले में गर्मी और उमस दोनों की तीव्रता में कमी देखी गयी. इसके अलावा बांका जिले में हुई अच्छी बारिश का असर भागलपुर में भी दिखा. पूरे दिन बादलों की आवाजाही बनी रही, जिससे जिले के जगदीशपुर और शाहकुंड में हल्की बारिश हुई। विशेष रूप से, भागलपुर शहर में सूखे जैसी स्थिति बनी हुई है; हालाँकि, बादल छाए रहने के कारण पूरे दिन धूप अपेक्षाकृत धीमी रही। नतीजतन, लोगों को लंबे समय तक अत्यधिक गर्मी से राहत मिली। छह किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलती रही।